अविस्मरणीय दर्द

दिल के दर्द को दिल में छिपाया नहीं जाता,
बेवफ़ाई का गम साथ उठाया नहीं जाता।

क्या करूँ कि मेरी ज़िन्दगी का सहारा नहीं है,
बस ये दर्द और तन्हाई मुझे सताया नहीं जाता।

हर एक पल में तेरी याद सताती है,
कोई चाहत नहीं होती जो भुलाई नहीं जाती।

ज़िन्दगी के हर मोड़ पर तेरी यादों का साया है,
तेरी यादों से दूर भागना मुझे आता नहीं।

कभी दर्द को बयाँ करने से डरते नहीं हम,
मगर अपने दिल को दुनिया से अलग रख पाते नहीं हम।

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