ईश्वरीय अनुग्रह के पथ में यात्रा

खुदा की राह में बढ़ते चलो,
जीवन की राहों में डगमगाते चलो,
चाहे हो जहाँ भी काटे रास्ते,
खुदा का आसरा पाते चलो।

खुदा की मोहब्बत को जीवित रखो,
उसके साथ हर वक्त बिताते चलो,
जिस तरह उसकी रौशनी जगमगाती है,
अपने इरादों को पूरा करते चलो।

खुदा की मोहब्बत ने सजाया है जहां,
वही जगह परमात्मा के साथ बसाते चलो,
दिल में इमान की लौ जगाते रहो,
खुदा के बंदे बनकर जीते चलो।

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