आत्मा के वास्तविक अंश

अपने लक्ष्य से बड़ा कोई स्वप्न नहीं,
दूसरों की भूल पर हंसना किसी समझदारी का काम नहीं।
खुद से मोहब्बत रखने से उचित कोई धरम नहीं,
और सच्चाई में डूबने से बड़ी कोई शांति नहीं।

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Motivational Shayari

खुद की अन्तरात्मा से बड़ा कोई मन्दिर नहीं,
अन्य की दरिद्रता में हंसना, वास्तव में, मानवता का काम नहीं।
समझदारी से ज्यादा समझ, सम्वेदना का कोई जोड़ नहीं,
इस जहां में मित्रता से बड़ा कोई मोल नहीं।

Motivational Shayari

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