खामोश ज़मीर की लो को दिल में न बुझने दो,
अपनी खुशियों की कशिश को जलने दो।
चाहे गहरा हों समंदर, या ऊचा हो पहाड़,
अपने मन में उम्मीद की चिंगारी को सुलग ने दो।
Verses for Every Emotion
खामोश ज़मीर की लो को दिल में न बुझने दो,
अपनी खुशियों की कशिश को जलने दो।
चाहे गहरा हों समंदर, या ऊचा हो पहाड़,
अपने मन में उम्मीद की चिंगारी को सुलग ने दो।