अँधेरों के बीच, प्रकाश की ज्योति बनकर,
मंज़िल की खोज में, निरंतर चलते रहते राही बनकर।
आशा की किरणें, जीवन के रास्ते सजाते ज्योति बनकर,
संघर्ष की चुनौतियों को, अपनी मिट्टी में मिलाते विजई बनकर,
अचूक आत्मविश्वास के साथ, सफलता की नई सीढ़ी चढ़ते पथिक बनकर।